मंडला, 20 अप्रैल 2025
पश्चिम बंगाल में वक्फ कानून के विरोध में भड़की हिंसा को लेकर विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने शनिवार को मंडला में राष्ट्रपति को जिला प्रशासन के माध्यम से ज्ञापन सौंपा। विहिप ने इस हिंसा को राज्य में बढ़ती असहिष्णुता और कानून-व्यवस्था की विफलता करार देते हुए तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।
विहिप के अनुसार, 11 अप्रैल को मुर्शिदाबाद से शुरू हुई हिंसा ने देखते ही देखते पूरे बंगाल को अपनी चपेट में ले लिया। संगठन का दावा है कि इस हिंसा में 200 से अधिक हिंदू घरों और दुकानों को जला दिया गया, सैकड़ों लोग घायल हुए, और तीन लोगों की जान चली गई। इसके अलावा, दर्जनों महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार की भी घटनाएं सामने आई हैं।
🔴 हिंसा से पलायन को मजबूर हुए हिंदू परिवार
विहिप का कहना है कि हिंसा के चलते 500 से अधिक हिंदू परिवारों को मुर्शिदाबाद से पलायन करना पड़ा। संगठन ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी हिंसा भड़काने वालों का समर्थन कर रही हैं और पीड़ित परिवारों को जबरन असुरक्षित इलाकों में वापस भेजने का दबाव बना रही हैं।
🛑 राष्ट्रपति शासन और एनआईए जांच की मांग
ज्ञापन में बंगाल में राष्ट्रपति शासन लागू करने, एनआईए से हिंसा की जांच कराने और कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी केंद्रीय सुरक्षा बलों को सौंपने की मांग की गई है। साथ ही, विहिप ने बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों को निष्कासित करने और भारत-बांग्लादेश सीमा पर तारबंदी की भी आवश्यकता जताई।
🗣️ राष्ट्रपति से हस्तक्षेप की अपील
विहिप ने विश्वास जताया कि राष्ट्रपति देश की संप्रभुता और सांप्रदायिक सद्भाव की रक्षा हेतु शीघ्र और कठोर कदम उठाएंगी। ज्ञापन सौंपते समय संगठन के कार्यकर्ताओं के साथ स्थानीय नागरिक भी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।