घुघरी तहसील में शराबबंदी की बड़ी पहल: 84 पंचायतों ने पारित किया शराब प्रतिबंध प्रस्ताव
मंडला जिले की घुघरी तहसील में नशामुक्त समाज की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाया गया है। जनपद पंचायत मोहगांव की 38 और घुघरी जनपद की 46 पंचायतों सहित कुल 84 ग्राम पंचायतों ने अपनी ग्राम सभाओं में शराबबंदी प्रस्ताव पारित किए हैं। पंचायतों ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया है कि गांवों में देशी, विदेशी और महुआ शराब का विक्रय पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा।
यह पहल ग्रामीण समाज में फैल रही नशे की बुराई को खत्म करने की दिशा में एक बड़ा कदम मानी जा रही है।
जनपद पंचायत मोहगांव और घुघरी की एकजुट पहल
8 अक्टूबर को आयोजित ग्राम सभाओं में पंचायतों ने यह संकल्प लिया कि गांवों को नशामुक्त बनाया जाएगा।
पंचायत प्रतिनिधियों का मानना है कि शराब से सामाजिक और पारिवारिक जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है, जिससे युवाओं और बच्चों का भविष्य प्रभावित हो रहा है।
सरपंच संघ ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
मोहगांव ब्लॉक सरपंच संघ ने इस मुहिम को और मज़बूती देते हुए जिला कलेक्टर सोमेश मिश्रा को ज्ञापन सौंपा।
संघ के अध्यक्ष रम्मू कुलस्ते ने बताया कि पंचायतों ने नशामुक्ति को लेकर जनजागरूकता अभियान शुरू कर दिया है।
उन्होंने कहा कि यदि 7 दिनों के भीतर शराब की दुकानें बंद नहीं की गईं, तो सरपंच संघ और ग्रामीण आंदोलन करने को बाध्य होंगे। साथ ही संघ ने शराब दुकानों और महुआ विक्रय के लाइसेंस निरस्त करने की मांग की है।
प्रशासन का रुख: जनभावनाओं का सम्मान किया जाएगा
कलेक्टर सोमेश मिश्रा ने कहा कि प्रशासन पंचायतों की भावनाओं का पूर्ण सम्मान करता है।
उन्होंने बताया कि जनसहयोग और जागरूकता के माध्यम से शराबबंदी को प्रभावी बनाया जाएगा।
प्रशासन पुलिस और अन्य विभागों के साथ मिलकर नशामुक्ति अभियान चलाएगा, ताकि युवा पीढ़ी नशे से दूर रहे और समाज स्वस्थ बने।
नशामुक्ति की ओर मंडला की बड़ी पहल
मंडला जिले की यह पहल प्रदेश के अन्य जिलों के लिए प्रेरणास्रोत बन सकती है। पंचायतों की इस एकजुटता से यह स्पष्ट है कि ग्रामीण अब नशामुक्त समाज निर्माण की दिशा में सजग और संकल्पित हैं।

